अरविंद
अरविंद केजरीवाल ने 2 दिन में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का किया ऐलान
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को एक ऐतिहासिक निर्णय की घोषणा की कि वे दो दिन में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। यह घोषणा उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) के कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए की। केजरीवाल ने कहा कि चुनावों तक वे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे और विधायकों की बैठक में नए मुख्यमंत्री के चयन का निर्णय लिया जाएगा।
मुख्य बिंदु:
- जेल डायरी का संदर्भ:
केजरीवाल ने भगत सिंह की किताब “भगत सिंह की जेल डायरी” का हवाला देते हुए बताया कि जैसे भगत सिंह के खत अंग्रेजों तक पहुंचते थे, वैसे ही उनकी चिट्ठी एलजी तक नहीं पहुंचाई गई। उन्होंने जेल में धमकियों का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्हें ऐसा दोबारा न करने की चेतावनी दी गई थी। - क्रांतिकारी मुख्यमंत्री का दावा:
केजरीवाल ने कहा कि वे स्वतंत्र भारत में भगत सिंह के बाद पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्हें जेल में भेजा गया। उन्होंने 15 अगस्त से तीन दिन पहले एलजी को पत्र लिखा था कि उनकी जगह आतिशी को तिरंगा फहराने दिया जाए, लेकिन वह पत्र भी एलजी तक नहीं पहुंचा। - अग्निपरीक्षा का संकेत:
केजरीवाल ने अपनी स्थिति की तुलना माता सीता की अग्नि परीक्षा से की। उन्होंने कहा कि जैसे माता सीता को वनवास के बाद अग्नि परीक्षा देनी पड़ी थी, वैसे ही उन्हें भी अपनी ईमानदारी साबित करने की अग्निपरीक्षा से गुजरना होगा। - विपक्षी नेताओं के लिए सलाह:
केजरीवाल ने अन्य विपक्षी मुख्यमंत्रियों से अपील की कि अगर उन्हें भी जेल भेजा जाए, तो इस्तीफा न दें। उन्होंने कहा कि हमें मिलकर लड़ाई लड़नी चाहिए और बहुमत से सरकार बनानी चाहिए। - चुनाव की तारीखें:
उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव को फरवरी के बजाय नवंबर में कराने की मांग की। उनका सुझाव था कि इन चुनावों को महाराष्ट्र के साथ समन्वित किया जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चुनावों तक वे जिम्मेदारी नहीं संभालेंगे और आम आदमी पार्टी से कोई और मुख्यमंत्री बनेगा।
राजनीतिक पृष्ठभूमि:
अरविंद केजरीवाल की सरकार 2013 से दिल्ली में कार्यरत है। 2013 में AAP ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई थी, लेकिन 49 दिन बाद गठबंधन टूट गया था। इसके बाद 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में AAP ने शानदार जीत दर्ज की। उनकी सरकार का वर्तमान कार्यकाल फरवरी 2025 में समाप्त होगा।
जेल में बिताए दिन:
केजरीवाल को शराब नीति मामले में 21 मार्च को ED ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें 1 अप्रैल को तिहाड़ जेल भेजा गया और 10 मई को लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए रिहा किया गया। 2 जून को उन्होंने फिर से सरेंडर किया और 26 जून को CBI ने उन्हें गिरफ्तार किया। 13 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी, जिससे वे 156 दिन की जेल यात्रा के बाद बाहर आ सके।
अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा और नए मुख्यमंत्री के चयन की प्रक्रिया दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जो आगामी चुनावों और पार्टी की रणनीति पर गहरा असर डाल सकता है।